लक्ष्य

 ज़िन्दगी कितनी अलग है हम सब कितने अलग है पर फिर भी गहरे में बहुत जुड़े हुए है जैसे कोई अदृष्य धागा हमें बांधे हुए है ,जोड़े हुए है ,एक दुसरे से बस एक आधार पर की हम सब इंसान है और वो भी हमे तोड़ने का नहीं धागे से जोड़े रखने का आधार है| आप सभी का मेरे , या कहुँ हमारे ब्लॉग पर स्वागत है| मक़सद अपने दिल की बात कहना है और आपसे जुड़ना है |

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