उम्मीद

एक सवाल कभी न कभी हमारे मन में उठ ही जाता है ।
क्या भगवान है ?
मेरे मायने में इसका सीधा साधा सा जवाब है भगवान है, और वो उम्मीद के तौर पर है और हर इंसान मैं है जब तक इंसान में उम्मीद बाकी है  जितनी उम्मीदें उतना भगवान की जीवन मे उपस्थिति।

No comments

Powered by Blogger.